ज़माना क्या सोचेगा
ये मत सोचों

“ज़माना” क्या “सोचेगा”
ये मत “सोचों”,

क्योंकि “ज़माना” बहुत “अजीब” हैं ,
“नाकामयाब” लोगों का “मज़ाक” उड़ाता हैं
और “कामयाब” लोगो से “जलता” हैं…???#सुप्रभात???

???#जय_श्रीकृष्णा????


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