दूर रहकर करीब रहना

दूर रहकर…..
करीब रहना नजाकत है तुम्हारी …..
याद बनकर…..
आँखों से बहना शरारत है तुम्हारी …..
?करीब?
ना होते हुए भी करीब पाओगे मुझे …..
क्योंकि…..
अहसास बनकर…..
दिल में रहना आदत है मेरी….
जय श्री राधे कृष्णा जी **


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