मोहे वास मिले वृंदावन को

जय श्री राधे कृष्ण
मोहे वास मिले वृंदावन को
में नित उठ यमुना पुलिन में नहाऊं
**
गिरी गोवर्धन की दय परिक्रमा
जीवन अपना सफल बनाऊँ
**
सेवा कुँज की करूँ आरती
ब्रज की रज में ही मिल जाऊं
***
ऐसी कृपा करो श्री राधे
वृंदावन छोड़ कहीं न जाऊं
??
जय श्री राधे राधे जी ??


by

Tags:

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *