एक तेरा ही रंग चढा है मुझपे

एक तेरा ही रंग चढा है मुझपे…
दूजा कोई रंग नहीं,
तूँ ही हैं सुबह शाम मुझ में……
और कोई सँग नहीं..!
तुम आओ न आओ मेरे कान्हा ,
मैं तुम्हें यूहीं बुलाया करूँ …
तुम सुनो न सुनो मेरे कान्हा
मैं तुम्हें यूहीं पुकारा करूँ ……
तुम मिलो न मिलो मेरे कान्हा
मैं तुम्हें यूहीं पाना चाहूँ ….
तुम कहो न कहो मेरे कान्हा
मैं तुम्हें यूहीं सुना करूँ ….
तुम देखो न देखो मेरे कान्हा
मैं तुम्हें यूही निहारा करूँ ……

❤?।।जय श्री कृष्णा ।।?❤
???राधे राधे ???


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