ऐ वृंदावन की हवा जरा अपना रुख

ऐ वृंदावन की हवा..
जरा.. अपना रुख
हमारी तरफ भी.. मोड दे,

इस वीरान दिल मे..
राधेनाम की मस्ती
छोड दे…

उड़ जाये.. माया की मिट्टी
और..
दीदार हो.. *सांवरेका.. !!*
ऐसी प्रीत..
हमारी राधा नाम से जोड़ दे…!
?श्री राधे राधे?


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