तकदीर के खेल से

तकदीर के खेल से
नाराज नहीं होते।
जिंदगी में कभी
उदास नहीं होते।
हाथों किं लक़ीरों पे
यक़ीन मत करना।
तकदीर तो उनकी भी होती हैं ,
जिन के हाथ ही नहीं होते।

किसी अच्छे इंसान से अगर कभी कोई गलती हो जाये तो सहन कर लेनी चाहिये…..
“क्योँकि”
मोती अगर कभी कचरे में गिर भी जाये तो भी उसकी कीमत वो ही रहती हैं…..

_?? सुप्रभातम ???
?? आपका दिन शुभ हो ??


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