विचार एक जल की तरह है

☂?☂जय श्री राधे कृष्णा ☂?☂
“विचार” एक “जल” की तरह है,
आप उसमें “गंदगी” मिला दो तो
वह “नाला” बन जाऐगा,
अगर उसमें “सुगंध” मिला दो तो
वह “गंगाजल” बन जाऐगा
कभी घमंड न करना जिन्दगी मे
तकदीर बदलती रहती है,ilil
शीशा वही रहता है,
बस तस्वीर बदलती रहती है!!!
सदैव प्रसन्न रहें और हँसते रहें,
♥♦जय श्री राधे कृष्णा ♦♥
??शुभ संध्या??


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