शर्तो से कब बाँधा है तुम्हें ऐ मोहन हमने

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शर्तो से कब बाँधा है तुम्हें ऐ मोहन हमने

ये तो तेरे भक्तों के भक्ति के धागे है

जिनमें तू खुद ही खुद की मर्जी से

प्यार से बंधा हुआ है

??????शुभ रात्रि??????

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