सुगन्ध के बिना पुष्प

सुगन्ध के बिना पुष्प ,
तृप्ति के बिना प्राप्ति , ध्येय के बिना कर्म
एवं
प्रसन्नता के बिना जीवन व्यर्थ है।?
?जय श्री कृष्णा?


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