Category: साई बाबा भक्ति स्टेटस

  • जिन आँखों में साईं बस जायेंगे

    ?????????? जिन आँखों में साईं बस जायेंगे उन आँखों में अश्क कहाँ से आयेंगे? साईं नहीं होने देते अपने बच्चों को उदास आ जाते हैं झट से अपने बच्चों के वो पास! ??????????

  • बाबा जी मेरा भी खाता खोल दो शिरडी दरबार में

    ?????????? बाबा जी मेरा भी खाता खोल दो शिरडी दरबार में, बाबा जी आता जाता रहूँ मैं शिरडी की पवित्र भूमी पर बाबा जी जो भी सेवा हो मेरी लगा देना बस अपने ~चरणों का दास बना कर शिरीडी में रख लेना जय हो बाबा जी की..! ??????????

  • छू जाते हो मुझे कितनी ही बार

    ?????????? छू जाते हो मुझे कितनी ही बार, ख्वाब बनकर मेरे साईं राम… ये दुनिया न जाने फिर फिर क्यों कहती है, के तुम मेरे करीब नहीं, मेरे साईं राम! ??????????

  • दीवाने तेरे लाखों बाबा पर मैं भी हूँ

    ?????????? दीवाने तेरे लाखों बाबा पर मैं भी हूँ तेरी दुनिया में कांटे मिले मुझे भले ही लाखों पर मैं भी हूँ एक तिनका तेरी कुटिया में! ??????????

  • आखें सुनी मन रोता है

    ?????????? आखें सुनी मन रोता है बाबा हमारा क्युं सोता है खोल के आखें देख ले बाबा तेरे बिना ~यहाँ क्या होता है लौट के आजा साईं हमारे अपनी आखें खोलो साईं बाबा बोलो साईं बाबा बोलो !!! ??????????

  • मेरे साँई का दरबार सबसे न्यारा है

    ?????????? मेरे “साँई” का~ दरबार सबसे न्यारा है, उसमें “बाबा” का दर्शन कितना प्यारा है, सब कहते हैं के “बाबा” सिर्फ़ हमारा है, पर “बाबा” कहते हैं के मैंने अपना, सब कुछ तुम~ सब पर वारा है.!! Om Sai Ram Jai Sai Ram ??????????

  • शिरडी वाले साईं बाबा तेरे दर पर आना चाहता है

    ?????????? शिरडी वाले साईं बाबा तेरे दर पर आना चाहता है सवाली लब पे दुवायें भी है आखों में आसुं भी है बुला लो बाबा इस सावाली को शिरडी..!! ??????????

  • करता हूँ फ़रियाद साईं

    ?????????? करता हूँ फ़रियाद “साईं” बस इतनी रहमत कर देना, जो भी पुकारे तुझको बाबा, खुशियों से उसकी झोली भर देना… “ॐ श्री साईं राम” ??????????

  • आशा है साईं के भजनों में

    ?????????? आशा है साईं के भजनों में रम जाएं साईं तेरी भक्ति में ऐसे लीन हों की जानवर से इंसान हो जाये ??????????

  • हेप्रभु हमें कहने दो

    ?????????? हेप्रभु हमें कहने दो हम कुछ भी नहीं तुम्हारी कृपा बिना दर दर भटकते थे कोई पहचान ना थी हमारे लिए किसी के दिल मे सम्मान ना थी कितने सतकर्म किये पर खुद ही से कोई आस ना थी सामने अमृत था पर प्यास ना थी क्योंकि तुमसे हमारी मुलाकात ना थी ??????????