एक वृद्ध दादाजी ने बहुत ही सुंदर बात कही है,
“आज की पीढ़ी इकठ्ठा करने के लिए जी रही है “……….
और
हमारी पीढ़ी इकठ्ठा रहने के लिए जीती रही।
?? सुप्रभात ??
एक वृद्ध दादाजी ने बहुत ही सुंदर बात कही है,
“आज की पीढ़ी इकठ्ठा करने के लिए जी रही है “……….
और
हमारी पीढ़ी इकठ्ठा रहने के लिए जीती रही।
?? सुप्रभात ??