तुम जो चाहो मुझको समझना

हे श्याम……
तुम जो चाहो ,मुझको समझना
मेरा तुमसे बस इतना है कहना
माँगने की आदत मेरी जाती नही,
तेरे आगे मुझे लाज आती नही
बड़े बड़े पैसे वाले भी तेरे द्वारे आते है
मुझको है मालूम वो भी तुझसे मांगकर ही खाते है
हे श्याम तुझसे शरम कर में कहा जाऊँगा
अपने इस परिवार का खर्चा बोल कहा से लाऊंगा
जय श्री श्याम
सुप्रभात???


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