“हमेशा शांत रहें”
जीवन में खुद को बहुत मजबूत पायेंगे
क्योंकि
लोहा ठंडा रहने पर ही मजबूत होता है
गर्म होने पर तो उसे किसी भी आकार में ढाल दिया जाता है
“हमेशा शांत रहें”
जीवन में खुद को बहुत मजबूत पायेंगे
क्योंकि
लोहा ठंडा रहने पर ही मजबूत होता है
गर्म होने पर तो उसे किसी भी आकार में ढाल दिया जाता है