????? हवाओं के हवाले कर के बैठे हैं,
खुद को साँवरिया
क्या पता किसी दिन ,
दिल की बात तुम-तक पहुँच जाएँ,
?????
जय श्री श्याम
????
????? हवाओं के हवाले कर के बैठे हैं,
खुद को साँवरिया
क्या पता किसी दिन ,
दिल की बात तुम-तक पहुँच जाएँ,
?????
जय श्री श्याम
????